हवेली खड़गपुर: आईटीआई कॉलेज निर्माण में देरी पर छात्र राजद का विरोध, श्रम मंत्री का पुतला दहन

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की छात्र इकाई छात्र राजद के नेतृत्व में हवेली खड़गपुर स्थित आईटीआई कॉलेज के मुख्य द्वार पर श्रम मंत्री संतोष कुमार सिंह का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व छात्र राजद के प्रदेश महासचिव ईशु यादव ने किया। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि यह विरोध उस लापरवाही और उपेक्षा के खिलाफ है जो विगत दस वर्षों से इस कॉलेज के निर्माण कार्य को लेकर बरती जा रही है।

दशक भर में भी नहीं हो सका निर्माण कार्य पूरा

ईशु यादव ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि एक पूरा दशक बीत चुका है, लेकिन हवेली खड़गपुर में स्थित इस आईटीआई कॉलेज का निर्माण आज तक पूरा नहीं हो पाया है। यह केवल एक भवन निर्माण की बात नहीं है, यह उन छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ है जो यहां शिक्षा प्राप्त करने की आशा लेकर नामांकन करवाते हैं।

बार-बार बढ़ाई जा रही है प्राक्कलन राशि

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस परियोजना के लिए पहले जो प्राक्कलन राशि तय की गई थी, उसे समय-समय पर बढ़ाया जाता रहा है। इस तरह की बढ़ोतरी से राज्य सरकार को वित्तीय नुकसान हुआ है। उन्होंने इसे सरकार के संसाधनों की बर्बादी बताया और कहा कि यह भ्रष्टाचार का भी संकेत है।

छात्रों को करना पड़ रहा है लंबी दूरी तय

कॉलेज का निर्माण कार्य पूरा न होने की वजह से यहां नामांकित छात्रों को 15 किलोमीटर दूर तारापुर स्थित आईटीआई कॉलेज जाना पड़ रहा है। इससे न केवल समय और ऊर्जा की बर्बादी हो रही है, बल्कि आर्थिक रूप से भी छात्रों और उनके परिवारों पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।

जनप्रतिनिधियों की निष्क्रियता पर सवाल

ईशु यादव ने खड़गपुर अनुमंडल के जनप्रतिनिधियों पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र से दो विधायक, दो सांसद और यहां तक कि उपमुख्यमंत्री तक का चुनाव होता है, लेकिन इसके बावजूद शिक्षा के क्षेत्र में इतनी बड़ी लापरवाही पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती। यह पूरे क्षेत्रवासियों के लिए अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है।

निर्धारित तिथियां भी निकलीं असफल

उन्होंने यह भी बताया कि कॉलेज प्रशासन ने पूर्व में कई बार समय सीमाएं निर्धारित की थीं। पहले 31 जनवरी और फिर 31 मार्च तक कॉलेज शुरू करने की बात कही गई थी, लेकिन दोनों ही तिथियां बीतने के बावजूद कॉलेज का संचालन आरंभ नहीं हो सका। यह दर्शाता है कि प्रशासनिक स्तर पर गंभीरता की कमी है।

कार्रवाई की मांग

प्रदर्शन के अंत में छात्र राजद ने यह मांग की कि इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार संवेदक के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई की जाए, ताकि आगे से किसी भी शैक्षणिक परियोजना में छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ न हो। साथ ही, उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि इस कॉलेज को शीघ्र चालू करवाया जाए ताकि स्थानीय छात्रों को सुविधा मिल सके।

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