दरअसल मुंगेर में धार्मिक मान्यता से महत्वपूर्ण शहर के उत्तरवाहिनी गंगातट कष्टहरणी घाट पर शुक्रवार की शाम गंगा महाआरती का आयोजन नगर निगम एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। डीएम अवनीश कुमार सिंह एवं महापौर कुमकुम देवी ने अपने हाथों से गंगा मैया की आरती कर गंगा को स्वच्छ रखने का संकल्प लेते हुए नगरवासियों से भी गंगा को स्वच्छ रखने के लिए संकल्पित कराया।
बाद में महंथ की देखरेख में तीन पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गंगा आरती की गई। इससे पूर्व कष्टहरणी घाट के महंथ देवनायक दास की देखरेख में डीएम व महापौर ने विधि विधान से वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच गंगा पूजन किया। गंगा पूजन के पश्चात महंथ ने गंगा को निर्मल व स्वच्छ बनाए रखने के लिए संकल्प दिलाया कि कोई भी व्यक्ति अपने घर के किसी तरह का अवशिष्ट गंगा में प्रवाहित नहीं करेंगे।
इस अवसर पर डीएम ने कहा कि कष्टहरणी घाट की मान्यता रामायण काल में माता सीता से जुड़ी है। यह भी मान्यता है कि इस गंगा घाट पर स्नान करने मात्र से सभी प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं। कष्टहरणी घाट की महत्ता को देखते हुए इसके सौन्दर्यीकरण का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया था। जिसे सरकार ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। शीघ्र ही कष्टहरणी घाट के सौन्दर्यीकरण का कार्य आरंभ कर दिया जाएगा।
महापौर कुमकुम देवी ने ऐतिहासिक व धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण कष्टहरणी घाट के सौन्दर्यीकरण का प्रस्ताव भेजने के लिए डीएम का आभार जताया। साथ ही प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। मेयर ने कहा कि सौन्दर्यीकरण के बाद कष्टहरणी घाट पर लोगों को बेहतर सुविधा मिल सकेगी और दूर दराज से पहुंचे लोग कष्टहरणी घाट का सौन्दर्यीकरण देख आकर्षित होंगे।
मौके पर नगर आयुक्त कुमार अभिषेक, लोक कला संस्कृति पदाधिकारी सुकन्या कुमारी, जीएम एसएफसी समदर्शी पासवान, जिला मत्स्य पदाधिकारी के अलावा कई वार्ड पार्षद व काफी संख्या में नगरवासी उपस्थित थे।