Barbigha:-स्थानीय श्री कृष्ण रामरुचि महाविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा एक विचार संगोष्टी का आयोजन किया गया.इस विचार संगोष्टी में मुख्य वक्ता के रूप में अर्थशास्त्र विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ० सुजाता कुमारी शामिल हुई.
मुख्य अतिथि ने महिलाओं के सामान अवसर और विकसित भारत में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी पर अपने बहुमूल्य विचार प्रकट किये.उन्होंने कहा कि बर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने और भारत की अर्थव्यवस्था को विश्व की प्रथम तीन बड़ी अर्थव्यवस्था में लाने हेतु महिलाओं के सर्वोत्तम प्रयासों को अवश्य शामिल किया जाना चाहिए. इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ० कुन्दन लाल ने भी अपने विचार प्रकट किए.
उन्होंने कहा कि यदि महिलाओं को अवसर की समानता दी जाए तब वह विकास के अवसरों को और भी तीव्र गति से उपयोग करते हुए भारत को विकसित राष्ट्र की श्रेणी में लाने हेतु अपना अभूतपूर्व योगदान देगी.इस संगोष्टी में महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ राज मनोहर कुमार ने कहा कि महिलायें समाज की प्रथम गुरु होती हैं. भारत तभी विश्व गुरु बनेगा जब हर एक क्षेत्र में महिलाओं की पूरी सहभागिता सुनिश्चित होगी.
इस संगोष्टी में महाविद्यालय परिवार की ओर से डॉ० उज्ज्बल कुमार भगत, पारितोष कुमार, डॉ० विद्या प्रकाश मौर्य, अशोक कुमार, डॉ० नवल किशोर,डॉ० राज गोपाल, प्रफुल्ल कुमार, मिथिला देवी एवं संतोष कुमार ने भी अपने विचार रखे.महाविद्यालय परिवार ने यह संकल्प लिया कि हम समाज में महिलाओं की भागीदारी के लिए प्रबुद्ध तरीके से समाज में जागृति फैलाने का कार्य करते रहेंगे.