रैली की सफलता के लिए दरभंगा में पार्टी नेताओं का जुटान
रैली में दरभंगा के पार्टी वर्कर्स की होगी सबसे अधिक भागीदारी – कुमार गौरव
संजय मिश्र,दरभंगा
अन्य सियासी दलों की तरह आरजेडी विभिन्न सामाजिक प्रेशर ग्रुप के दवाब की तपिश झेल रही है। सबको पार्टी के सौजन्य से अधिक से अधिक भागीदारी चाहिए.अति पिछड़ा समाज तेजस्वी में सीएम का अक्स देखना चाहता है बदले में ये समाज आरजेडी में अपने बढ़े हैसियत को व्याकुल है। कुछ ऐसे ही स्वर शनिवार को दरभंगा के लहेरियासराय में आयोजित पार्टी समारोह में गूंजते रहे.

तीन मई 2025 को पटना के मिलर स्कूल मैदान में आरजेडी अति पिछड़ा प्रकोष्ठ की रैली होनी है.इसकी सफलता में प्रकोष्ठ के दरभंगा चैप्टर की ज्यादा भूमिका के मद्देनजर ये आयोजन हुआ. अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष कुमार गौरव के नेतृत्व में हुए इस आयोजन के दौरान हुए मंथन में तेजस्वी को सीएम बनाने का संकल्प लेने में नेतागण एक राय रहे. साथ ही आरजेडी के पावरफुल स्थानों पर इन समाज की यथोचित भागीदारी सुनिश्चित करने का संदेश पार्टी कर्ता धर्त्ता को दिया गया। न बोलकर भी विधानसभा चुनाव में अधिक सीटों की लालसा कुलाचें मार रही थी। इसको लेकर खदबदाहट साफ दिखी.
आरजेडी के ओल्ड गार्ड मंगनी लाल मंडल ने सवालिया लहजे में हुंकार भरी कि जब वोट हमारा तो राज हमारा क्यों नहीं? उन्होंने दावा किया कि बिहार में अति पिछड़ों की आबादी 36 फीसदी है. उन्होंने आगाह किया कि आखिर ये वोट कहां जा रहा है. कर्पूरी और लालू आज भी गरीबों के मसीहा कहे जाते तो फिर वोट उनसे दूर क्यों जा रहे? इन असहज सवालों में छुपी धड़कन को कार्यक्रम में मौजूद अली अशरफ फातमी जैसे नेता महसूस करते रहे. इसके पीछे के संदेश का वे गुना भाग जरूर कर रहे होंगे.
आयोजक कुमार गौरव मुलायम और संयत दिखे। प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद कुमार सहनी के साथ साथ कुमार गौरव ने पहले तेजस्वी के हाथ मजबूत करने की आवश्यकता की ओर ध्यान दिलाया और इस खातिर पटना रैली को सफल बनाने की पार्टी वर्कर से अपील की। गौरव ने कहा कि पटना रैली में दरभंगा की धमक होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि युवा के आइकन तेजस्वी को जब तक सीएम नहीं बना देते तब तक अति पिछड़ा समाज चैन से नहीं बैठेगा.
कार्यक्रम में मौजूद वर्कर्स का उत्साह बढ़ाने के लिए पूर्व मंत्री अली अशरफ फातमी सहित कई नेताओं ने संबोधन दिया. कार्यक्रम में भरत भूषण मंडल, गोपाल लाल देव, गंगा मंडल, पन्ना यादव, विनोद भगत, भोला सहनी, मुकेश, सुवंस यादव, सुभाष पासवान, रईस अहमद, राजा पासवान, उदय शंकर चौधरी, प्रवीण यादव, सुजीत, रामबाबू लाल देव, हरेराम लाल देव, बिनोद लाल देव, चंद्रिका प्रसाद देव, यास्मिन खातून, स्वाति देव, पूनम मणि शर्मा, रंजना कुमारी समेत सैकड़ों वर्कर मौजूद थे.