न्यूज़ विज़न। बक्सर
जिले के बूढाडीह निवासी कामरेड नथुनी प्रसाद सिंह के निधन से कम्युनिस्ट आंदोलन को अपूरणीय क्षति हुयी है। साथ ही साथ किसान सभा के अध्यक्ष होने के नाते किसानों पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा दलितों वंचितों की आवाज बनने वाले आज हम लोगों के बीच नहीं रहे।
मंगलवार को चौसा स्थित श्मशान घाट पर पंचतत्व में विलीन किया गया। श्मशान घाट पर जिला कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी के जिला सचिव परमहंस सिंह, जिला कमेटी के सदस्य अरुण कुमार ओझा, कामाख्या सिंह, पारसनाथ सिंह, रामचंद्र प्रसाद, अखिल भारतीय किसान सभा के प्रांतीय संयुक्त मंत्री सत्तार अंसारी आदि ने घाट पर पहुंच कामरेड को श्रद्धांजलि दी तथा कामरेड नथुन प्रसाद अमर रहे के नारे से पूरा श्मशान घाट गूंज उठा।