स्वदेशी पिचकारियों का जलवा, चीनी उत्पाद हुए फीके

होली बाजार में हर्बल रंगों और स्थानीय उत्पादों की रही खास मांग                                                            बक्सर खबर। होली के त्योहार को लेकर बाजारों में रौनक चरम पर है। इस बार बाजार में स्वदेशी उत्पादों की मांग ने चीनी सामान को पीछे छोड़ दिया है। रंग-बिरंगी पिचकारियों, अबीर-गुलाल और फॉग कलर की दुकानों पर ग्राहकों की भारी भीड़ उमड़ रही है। शहर के ठठेरी बाजार के प्रसिद्ध दुकानदार रवि शंकर उर्फ राजू जायसवाल ने बताया कि इस साल बाजार में करीब 80% स्वदेशी उत्पाद उपलब्ध हैं, जबकि चीनी उत्पादों की हिस्सेदारी मात्र 20% रह गई है। लोगों का रुझान स्वदेशी सामानों की ओर बढ़ा है, जिससे स्थानीय व्यापारियों में खुशी का माहौल है। दिल्ली, बनारस और पटना से लाई गई आकर्षक पिचकारियां बच्चों के बीच खासा लोकप्रिय हो रही हैं।

टैंक पिचकारियां 120 से 600 रुपए तक के रेंज में उपलब्ध हैं, जबकि पाइप पिचकारियां 10 से 250 रुपए तक खरीदी जा सकती हैं। त्वचा की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस बार हर्बल रंगों और अबीर की मांग में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई है। हर्बल अबीर-गुलाल की कीमत 100 से 400 रुपए प्रति किलो तक है। बाजार में बच्चों के लिए वाटर बैलून 5 से 120 रुपए तक के रेंज में उपलब्ध हैं। फॉग कलर, जिसकी इस बार विशेष मांग है, 150 से 300 रुपए तक में मिल रहा है। इसके अलावा, रंग-बिरंगे मास्क 5 से 120 रुपए तक और होली पर पहनने के लिए आकर्षक विग 100 से 250 रुपए तक की रेंज में उपलब्ध हैं। होली के अवसर पर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से भी छोटे कारोबारी बड़ी मात्रा में खरीदारी कर रहे हैं। स्वदेशी उत्पादों की अधिकता और लोगों का बढ़ता रुझान स्थानीय व्यापारियों के लिए सुखद संकेत है।

 

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