न्यूज़ विज़न। बक्सर
बालिका शिक्षा व संस्कार के लिए शहर में अपना विशेष स्थान रखने वाली सरस्वती विद्या मंदिर, बालिका खंड में शुक्रवार को बदलते परिवेश में छात्र छात्राओं के बीच माता पिता व बुजुर्गों की मन में सम्मान के भाव भरने तथा भारतीय सभ्यता संस्कृति के जड़ को विद्या भारती में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं गहरे रूप से स्थापित करने के लिए विद्यालय तथा अपने घरों में अपने माता पिता को देव स्वरूप मान कर उनका पूजन वंदन किया।
विद्यालय के अहिल्याबाई सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में उपस्थित भाग विभोर अभिभावकों ने विद्यालय द्वारा इस तरह के संस्कार व भाव भरने की अत्यंत सराहना की। बैंक कर्मी अभिभावक संजीव वर्मा ने भावुक अंदाज में कहा की बच्चों के जिंदगी में माता पिता से ज्यादा महत्व शिक्षकों का है। वहीं अररिया में बतौर सरकारी शिक्षिका कार्य कर रही अभिभाविका चित्रा पाठक ने कहा की आज अधिकांश लोग वैलेंटाइन डे मनाने में व्यस्त हैं लेकिन इस विद्यालय ने यह कार्यक्रम आयोजित कर न सिर्फ बच्चों को बल्कि हम सभी को भी मातृ पितृ व बुजुर्गों के सम्मान करने की नई प्रेरणा दी है।
विद्यालय के सचिव ने इस कार्यक्रम को समय की मांग बताते हुए विद्या भारती के अलावा अन्य संस्थानों के द्वारा भी अपनाए जाने की बात पर बल दिया। विद्यालय में पुलवामा के शहीदों को भी दो मिनट का मौन रख कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।