बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहार में सड़क सुरक्षा को लेकर एक बड़ी पहल की जा रही है। अब राज्य के सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में ट्रोमा केयर की पढ़ाई कराई जाएगी। परिवहन एवं आपदा प्रबंधन विभाग मिलकर इस योजना पर काम कर रहे हैं और जल्द ही इसका प्रस्ताव शिक्षा विभाग को भेजा जाएगा।
इस नई शिक्षा योजना के तहत छात्रों को दुर्घटनाओं के दौरान घायलों की देखभाल और गोल्डन आवर में उचित मदद पहुंचाने के गुर सिखाए जाएंगे। इसके लिए एक विशेष सिलेबस तैयार किया जाएगा। जिसमें विभिन्न प्रकार की सड़क दुर्घटनाओं, घायलों की सहायता और बचाव तकनीकों की जानकारी दी जाएगी।
सड़क सुरक्षा के समापन समारोह में इस निर्णय पर मुहर लगाई गई कि ट्रोमा केयर को स्कूली शिक्षा का हिस्सा बनाया जाए। इस पाठ्यक्रम के तहत बच्चों को यातायात नियमों, प्राथमिक चिकित्सा, ट्रोमा केयर तकनीकों और घायलों को सही तरीके से अस्पताल तक पहुंचाने के तरीकों की ट्रेनिंग दी जाएगी।
इस पहल का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य यह भी है कि जब बच्चे ट्रोमा केयर के बारे में जागरूक होंगे तो वे खुद यातायात नियमों का पालन करने के प्रति भी अधिक सतर्क रहेंगे।
ट्रोमा केयर सिलेबस को तैयार करने में विभिन्न विश्वविद्यालयों के प्रोफेसरों और ट्रोमा विशेषज्ञ चिकित्सकों का सहयोग लिया जाएगा। उनके सुझावों के आधार पर पाठ्यक्रम में संक्रमण रोकने, रक्तस्राव कम करने और घायल को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाने जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां शामिल की जाएंगी।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि दुर्घटना के तुरंत बाद समय पर प्राथमिक उपचार मिल सके और घायलों की जान बचाई जा सके। यह सिलेबस छात्रों के लिए शिक्षा के साथ एक सामाजिक जिम्मेदारी की सीख भी बनेगा।
- मैट्रिक गणित की परीक्षा के दौरान पकड़े गए तीन फर्जी परीक्षार्थी
- लिपिकों को लेकर शिक्षकों में रोष, वेतन भुगतान में देरी, BPSC टीचर का गंभीर आरोप
- बिहार विकास मॉडलः सांसद ने लिया गोद, मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा कर रही उद्धार
- DM को पड़ा महंगा गलत CCA लगाना, JDU नेता के घर पहुंचाना पड़ा 5 हजार जुर्माना
- विश्व कप महिला कबड्डी टूर्नामेंट टला, पहले होगा खेलो इंडिया गेम्स