बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी को लेकर सख्त है। सरकारी स्कूलों में ई-शिक्षा कोष मोबाइल एप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज कराना अनिवार्य किया गया है। लेकिन कई शिक्षक समय से पहले विद्यालय छोड़कर बाहर किसी गाड़ी में बैठकर या अन्य स्थानों से ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं। कुछ शिक्षक देर से आने के बावजूद समय पर उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं।
इन्हीं अनियमितताओं को लेकर विभाग ने 12 शिक्षकों पर कार्रवाई की है। लेकिन इस कार्रवाई में विभाग की भी बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिन शिक्षकों को शोकॉज नोटिस जारी किया गया है। उनमें से एक शिक्षक, पंकज कुमार की मृत्यु दिसंबर 2023 में ही हो चुकी थी। बावजूद इसके विभाग ने उन्हें भी नोटिस जारी कर दिया और उनका वेतन रोक दिया।
विभाग ने इन सभी शिक्षकों से 24 घंटे के अंदर शोकॉज का जवाब मांगा है। जिन शिक्षकों का वेतन रोका गया है, उनमें मंजू कुमारी, दिवाकर कुमार वर्मा, सुजाता कुमारी, रेखा कुमारी, सुधा कुमारी, संजु राय, शकुंतला कुमारी, पंकज कुमार (मृत शिक्षक), मो. शाहजहां, अंजली कुमारी, रीमा कुमारी, नवीन कुमार शामिल हैं।
वहीं शिक्षा विभाग का मानना है कि प्रधानाध्यापकों की मिलीभगत से ही शिक्षक ऑनलाइन हाजिरी में लापरवाही कर रहे हैं। इसलिए उन चार स्कूलों के हेडमास्टरों का भी वेतन रोकते हुए उन्हें शोकॉज नोटिस जारी किया गया है। उनमें शीतला प्लस टू उच्च विद्यालय मघड़ा, प्राथमिक विद्यालय पेधुका, उत्क्रमित मध्य विद्यालय आशानगर, बाल विद्या कुंज मध्य विद्यालय सोहडीह शामिल हैं।
बहरहाल, मृत शिक्षक को शोकॉज जारी करने की घटना ने शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह स्पष्ट करता है कि बिना जांच-पड़ताल के शिक्षकों पर कार्रवाई की जा रही है।
- मैट्रिक गणित की परीक्षा के दौरान पकड़े गए तीन फर्जी परीक्षार्थी
- लिपिकों को लेकर शिक्षकों में रोष, वेतन भुगतान में देरी, BPSC टीचर का गंभीर आरोप
- बिहार विकास मॉडलः सांसद ने लिया गोद, मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा कर रही उद्धार
- DM को पड़ा महंगा गलत CCA लगाना, JDU नेता के घर पहुंचाना पड़ा 5 हजार जुर्माना
- विश्व कप महिला कबड्डी टूर्नामेंट टला, पहले होगा खेलो इंडिया गेम्स