राजगीर (नालंदा दर्पण)। बिहार की राजनीति में एक नए समीकरण के संकेत मिल रहे हैं। ‘हांको रथ हम पान हैं’ आंदोलन के तहत राजगीर में आयोजित महा रैली में पान (तांती तत्वा) समाज ने अपनी एकजुटता और ताकत का जबरदस्त प्रदर्शन किया। हजारों की संख्या में जुटे समाज के लोगों ने सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए स्पष्ट कर दिया कि अब उपेक्षा किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
रैली में समाज के विभिन्न जिलों से आए नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अपनी आवाज बुलंद की। इंजीनियर आईपी गुप्ता ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पान समाज सिर्फ नारे लगाने के लिए नहीं, बल्कि सत्ता में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने और आरक्षण पुनः प्राप्त करने के लिए मैदान में उतरा है। हमारी आवाज अनसुनी की गई, लेकिन अब 85 लाख की ताकत से पटना में ऐसा हुंकार होगा, जो बिहार की राजनीति की दिशा ही बदल देगा।
इस रैली में घोषणा की गई कि 13 अप्रैल को गांधी मैदान, पटना में 13 लाख पान समाज के लोग जुटेंगे। इस महासभा में आगे की रणनीति तय होगी और सरकार के रवैये पर कड़ा निर्णय लिया जाएगा।
वहीं प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष शशि भूषण तांती की अध्यक्षता में हुई इस सभा में वक्ताओं ने कहा कि अब यह आंदोलन केवल एक मांग नहीं, बल्कि राजनीतिक परिवर्तन का प्रतीक बनेगा। यदि सरकार ने उनकी उपेक्षा जारी रखी तो यह लड़ाई और उग्र होगी।
विश्लेषकों के अनुसार पान समाज की इस लामबंदी से बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ आ सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस आंदोलन को आरक्षण देकर समाप्त करती है या फिर यह आंदोलन और व्यापक रूप ले लेता है। अब सबकी नजरें 13 अप्रैल की पटना महासभा पर टिकी हैं। जहां से पान समाज की रणनीति और इस आंदोलन की दिशा तय होगी।
इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष राम सकल दास, महिला प्रकोष्ठ राष्ट्रीय अध्यक्ष हीरामणि तांती, प्रदेश उपाध्यक्ष अनिता गुप्ता, डॉ. संतोष कुमार, प्रदेश महासचिव डॉ. डीके कश्यप, गया जिला कार्यकारी अध्यक्ष जयंत कुमार, शेखपुरा जिला अध्यक्ष भूषण कुमार, नवादा जिला अध्यक्ष मुन्ना तांती सहित हजारों लोग उपस्थित थे। सभा का संचालन जिला युवा अध्यक्ष रमेश पान ने किया।
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