सिलाव नगर पंचायत में शौचालय एवं स्नान घर को उद्घाटन का इंतजार

सिलाव (राजेश गौतम)। सिलाव नगर पंचायत ने सिलाव बाईपास पर डिक्ल्स सार्वजनिक शौचालय एवं स्नान घर का निर्माण कार्य पूरा कर लिया है और अब केवल उद्घाटन का इंतजार है। सिलाव बाईपास और बाजार क्षेत्र में सार्वजनिक शौचालय और पेशाब घर की मांग समाज सेवियों द्वारा लंबे समय से की जा रही थी। यह मांग काफी अहम थी, क्योंकि ग्राम पंचायतों में ऐसी सुविधाएं घर-घर तक पहुंचाई जा चुकी हैं।

सिलाव बाजार एक प्रमुख दस कोसी बाजार है। पर्यटकों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है। यह स्थान अंतर्राष्ट्रीय मिठाई खाजा और पर्यटक नगरी राजगीर, पावापुरी, नालंदा, बोधगया जाने वाले मार्ग पर स्थित है। इस कारण यहां की आवश्यकता और भी बढ़ जाती है। समाज सेवियों ने इस क्षेत्र में शौचालय और पेशाब घर की मांग के लिए कई बार धरना-प्रदर्शन किया। लेकिन इन सुविधाओं के लिए जन संघर्ष करना एक शर्मनाक स्थिति थी।

सिलाव नगर पंचायत में लंबे समय से सभ्य समाज का कब्जा रहा है। लेकिन इसके बावजूद नगर पंचायत की कार्यप्रणाली न केवल सीमित रही, बल्कि नगर क्षेत्र की बुनियादी सुविधाओं का विकास भी ठप रहा। सिलाव बाईपास पर कभी भी नगर के नेताओं की पहुंच मंत्रीमंडल तक रही। लेकिन वे सिलाव को उसकी पहचान दिलाने में नाकाम रहे। इसके पीछे की वास्तविकता समाज ही बेहतर जानता है।

हालांकि इस बार नगर पंचायत का चुनाव एक नए स्तर पर हुआ और नगरवासियों ने श्रीमती जयलक्ष्मी पर भरोसा और विश्वास जताया। जयलक्ष्मी देवी के अध्यक्ष पद पर आने के बाद नगर में कई विकास कार्यों की शुरुआत हुई है। इनकी अध्यक्षता में डीलक्स शौचालय का निर्माण हुआ है। जिसका लाभ न केवल सिलाव वासियों को बल्कि देशी और विदेशी पर्यटकों को भी मिलेगा।

श्रीमती जयलक्ष्मी ने समाज सेवियों और पत्रकारों के साथ मिलकर यह साझा किया है कि उनके कार्यकाल में नगर के सभी महत्वपूर्ण मुद्दों का समाधान किया जाएगा। इनका लक्ष्य है कि नगर में कॉलेज, पार्क, ठंडा पेय जल, पेशाब घर, पार्किंग, स्टैंड जैसी समस्याओं का समाधान हो सके। इसके अलावा उन्होंने नगर में आवास के नाम पर कमीशनखोरी को पूरी तरह बंद करने की प्रतिबद्धता जताई है।

उनका मानना है कि जहां भी विकास कार्य हो रहा है, वहां काम की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उनका कहना है कि यदि कहीं भी काम में कमी दिखाई दे तो नगरवासियों को इसकी जानकारी देनी चाहिए। ताकि तत्काल कार्यवाही की जा सके।

अब नगरवासियों को यह देखना है कि क्या श्रीमती जयलक्ष्मी अपने कार्यकाल के अंत तक सिलाव को उसकी पहचान दिलाने में सफल हो पाती हैं या फिर यह विकास के प्रयास भी पिछली सरकारों की तरह जंजीरों में बंधकर रह जाएंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *