बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिले के सभी प्रखंडों में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना (Pradhan Mantri Gramin Awas Yojana) के तहत आवास विहीन लाभुकों के सर्वे का कार्य तेजी से जारी है। लेकिन इस प्रक्रिया में अवैध वसूली की शिकायतें भी सामने आ रही हैं। इसी बीच जिला प्रशासन ने ऐसी ही शिकायतों के आधार पर नूरसराय और अस्थावां प्रखंड के दो महिला आवास सहायकों पर सख्त कार्रवाई की है और उनकी संविदा रद्द कर दी है।
नूरसराय के अजयपुर पंचायत की ग्रामीण आवास सहायक निक्की कुमारी पर आरोप था कि उन्होंने प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना में लाभुकों का नाम जोड़ने के लिए फोन द्वारा 1500 रुपये की अवैध वसूली की थी। जब यह मामला सामने आया तो बीडीओ द्वारा जांच कराई गई। जिसमें निक्की कुमारी पर लगे आरोप सही पाए गए। इसके बाद जिला उप विकास आयुक्त (डीडीसी) श्रीकांत कुंडलिक खांडेकर ने उनके अनुबंध को रद्द करने का आदेश दिया।
इसी प्रकार अस्थावां प्रखंड के जीयर पंचायत की आवास सहायक संगीता कुमारी पर भी अवैध वसूली के आरोप साबित हुए हैं। जांच में यह भी पाया गया कि संगीता कुमारी के सर्वेक्षण कार्य के दौरान उनके पति भी साथ में रहते थे और वसूली में सहयोग करते थे। इस आधार पर डीडीसी ने संगीता कुमारी की संविदा को भी रद्द कर दिया है।
जिला प्रशासन की इस सख्त कार्रवाई से यह साफ संकेत मिलता है कि आवास योजना के तहत किसी भी प्रकार की अनियमितता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ग्रामीणों ने प्रशासन की इस कार्रवाई का स्वागत किया है और अन्य प्रखंडों में भी ऐसे मामलों की जांच की मांग की है।
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