बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिले में इंटरमीडिएट परीक्षा समाप्त होने से पहले ही मैट्रिक परीक्षा 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं। इस वर्ष बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना द्वारा जिले में कुल 36 परीक्षा केंद्र स्थापित किए गए हैं। जिनमें कुल 47,886 परीक्षार्थियों के शामिल होने की संभावना है। परीक्षा का आयोजन दो पालियों में किया जाएगा। जहां अलग-अलग विद्यार्थी परीक्षा में सम्मिलित होंगे।
कुल परीक्षार्थियों में 24,119 छात्र एवं 23,767 छात्राएं परीक्षा में बैठेंगे। जिले के तीनों अनुमंडलों- बिहार शरीफ, राजगीर और हिलसा में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें बिहार शरीफ अनुमंडल में 18 परीक्षा केंद्र, राजगीर अनुमंडल में 8 और हिलसा अनुमंडल में 10 परीक्षा केंद्र शामिल हैं।
इन परीक्षा केंद्रों में छात्रों और छात्राओं के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है। बिहार शरीफ अनुमंडल में छात्रों के लिए 9 और छात्राओं के लिए 9 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसी प्रकार राजगीर अनुमंडल में छात्रों के लिए 3 और छात्राओं के लिए 5 परीक्षा केंद्र तथा हिलसा अनुमंडल में छात्रों के लिए 3 और छात्राओं के लिए 7 परीक्षा केंद्र स्थापित किए गए हैं।
जिला प्रशासन ने परीक्षा को शांतिपूर्ण और कदाचार मुक्त तरीके से संपन्न कराने के लिए कई सख्त कदम उठाए हैं। परीक्षा केंद्रों पर जोनल मजिस्ट्रेट, फ्लाइंग मजिस्ट्रेट और स्टेटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती के साथ-साथ पुलिस बल भी मौजूद रहेगा।
सभी केंद्राधीक्षकों को परीक्षा आयोजन की आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। इसके अतिरिक्त प्रशासन ने सभी परीक्षार्थियों को अनुशासन बनाए रखने और परीक्षा में निष्पक्षता का पालन करने की अपील की है।
परीक्षा में कदाचार को रोकने के लिए जिले भर में सख्ती बरती जाएगी। केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे, बायोमेट्रिक हाजिरी और उड़नदस्तों की तैनाती होगी। परीक्षार्थियों के लिए ड्रेस कोड लागू रहेगा और परीक्षा केंद्रों के आसपास धारा 144 लागू की जाएगी।
परीक्षा में सम्मिलित होने वाले छात्रों और उनके अभिभावकों के लिए भी आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं। परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र पर समय से पहले पहुंचने, आवश्यक दस्तावेज जैसे एडमिट कार्ड, पहचान पत्र और अन्य अनिवार्य सामग्री साथ रखने की सलाह दी गई है।
परीक्षा केंद्र पर मोबाइल फोन, स्मार्टवॉच और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की अनुमति नहीं होगी। छात्रों से अपेक्षा की जाती है कि वे शांतिपूर्ण और अनुशासित माहौल बनाए रखें।
प्रशासन की सख्ती और सुरक्षा व्यवस्था से यह उम्मीद की जा रही है कि परीक्षा निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होगी। छात्र-छात्राओं से भी अपेक्षा की जाती है कि वे पूरी मेहनत और ईमानदारी से परीक्षा में शामिल होकर अपने भविष्य को उज्जवल बनाएं।
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