हिलसा (नालंदा दर्पण)। एकंगरसराय प्रखंड में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय प्लस टू का नया भवन बनकर तैयार हो गया है। मुख्यमंत्री (CM) नीतीश कुमार अपनी प्रगति यात्रा के दौरान 20 फरवरी को इसका उद्घाटन करेंगे। यह नया भवन बच्चियों को इंटर तक की शिक्षा प्रदान करने में सहायक होगा।
फिलहाल विद्यालय में कक्षा 6 से 8 तक की अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति, अल्पसंख्यक समुदाय और बीपीएल कार्डधारी परिवारों की 11 वर्ष से अधिक आयु की छात्राओं को पूर्णतः निशुल्क आवासीय शिक्षा दी जा रही थी। नए भवन के तैयार हो जाने से अब छात्राओं को 12वीं तक की शिक्षा इसी परिसर में मिलेगी।
सीएम नालंदा जिले के बिंद प्रखंड में स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के नए भवन का उद्घाटन करेंगे। वहीं से वे एकंगरसराय सहित अन्य प्रखंडों में बने नए भवनों का भी रिमोट द्वारा वर्चुअल उद्घाटन करेंगे। इस विद्यालय में 100 छात्राएं रहकर शिक्षा प्राप्त कर सकेंगी।
विद्यालय के सुचारू संचालन हेतु 1 वार्डेन (हालांकि एकंगरसराय में यह पद रिक्त है), 2 अंशकालिक शिक्षिकाएँ (1 पद रिक्त), 1 लेखापाल, 3 रसोइये (1 मुख्य रसोइया एवं 2 सहायक रसोइये), 1 रात्रि प्रहरी पदों की व्यवस्था की गई है।
छात्राओं को सरकार की ओर से कई तरह की सुविधाएँ प्रदान की जा रही हैं। जिनमें शिक्षा, पोषण, वर्दी और स्वास्थ्य देखभाल शामिल हैं।
भोजन एवं पोशाक पर प्रति छात्रा ₹1600 प्रति माह व्यय किया जाएगा। इसमें दो सलवार-कुर्ता, दो दुपट्टे, एक जोड़ी जूते, दो पैंट, दो टेप, एक तौलिया, और एक जोड़ी हवाई चप्पल शामिल है। कक्षा 6 के लिए स्वेटर हेतु ₹300 प्रति छात्रा, कक्षा 7 के लिए ब्लेजर हेतु ₹750 प्रति छात्रा, कक्षा 8 के लिए अपर लोअर कपड़ों के लिए ₹500 प्रति छात्रा व्यय किया जाएगा।
वहीं व्यवसायिक प्रशिक्षण के लिए प्रतिवर्ष ₹50000 व्यय का प्रावधान है। प्रत्येक छात्रा को ₹100 की छात्रवृत्ति तथा स्टाइपेंड प्रदान किया जाएगा। 100 छात्राओं की शिक्षण सामग्री और स्टेशनरी के लिए ₹100000 प्रति वर्ष खर्च होगा। मेडिकल सुविधाओं पर ₹150000 प्रति वर्ष व्यय किया जाएगा।
वहीं छात्रावास व्यवस्थापन मद में भोजन पर ₹1.70 लाख (11 माह के लिए) व्यय किया जाएगा। छात्रावास के रख-रखाव के लिए ₹75,000 प्रति वर्ष निर्धारित है। बिजली और पानी के खर्च के लिए ₹70750 प्रति वर्ष का प्रावधान है। छात्राओं के दैनिक उपयोग के लिए सर्फ, साबुन, शैम्पू, पेस्ट, हेयर ऑयल, ब्रश आदि पर अलग बजट निर्धारित किया गया है। 100 बेड की वेडिंग सामग्री के लिए ₹75000 व्यय किया जाएगा। छात्राओं के क्षेत्रीय भ्रमण, अभिभावक-शिक्षक बैठक और विद्यालय समारोह पर ₹20000 प्रति वर्ष व्यय का प्रावधान है।
बहरहाल, यह नया भवन न केवल छात्राओं की शिक्षा में सहायक होगा, बल्कि उनके सर्वांगीण विकास को भी सुनिश्चित करेगा। राज्य सरकार द्वारा बेटियों की शिक्षा को प्रोत्साहित करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे ग्रामीण क्षेत्र की बेटियों को उच्च शिक्षा के अवसर मिलेंगे और वे आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ सकेंगी।
- बिहार विकास मॉडलः सांसद ने लिया गोद, मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा कर रही उद्धार
- DM को पड़ा महंगा गलत CCA लगाना, JDU नेता के घर पहुंचाना पड़ा 5 हजार जुर्माना
- विश्व कप महिला कबड्डी टूर्नामेंट टला, पहले होगा खेलो इंडिया गेम्स
- पेपर लीक कांड का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया EOU के लिए बना सिरदर्द
- PDS डीलरों की हड़ताल से गड़बड़ाई व्यवस्था, उपभोक्ताओं में उभरी भूखमरी