सुधीर कुमार सिंह की रिपोर्ट…
बिहार/बाँका। बांका जिला के फुल्लीडुमर प्रखंड अंतर्गत खेसर मुख बाजार में बर्षो से प्राइवेट जमीनों पर सरकारी हाट लगाई जा रही है। सरकारी हार्ट के जमीन को बाजार बासियों द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है। जानकारी हो की वर्तमान जगह पर खेसर मुख बाजार में दुर्गा मंदिर प्रांगण में जहां पर अभी हाट वर्षो से लग रही है। उसका खाता 93 खेसरा 646 रकवा लगभग एक एकड़ है। जबकि सरकारी हॉट का जगह का खाता 199 खेसरा 536 रकबा 50 डिसमिल बताया जा रहा है। प्रतिवर्ष लगभग 2 लाख की सरकारी डाक हुआ करता था। विगत दो-तीन वर्षों से राजस्व की असुली सरकारी तंत्र के द्वारा कराया जा रहा है। प्रतिवर्ष दो लाख की सरकारी राजस्व की असुली के बाबजुद भी इस खेसर हाट में सरकारी सुविधाएं कुछ नहीं है।
बरसात का मोसम हो या जेठ बैसाख के प्रचंड धुप सभी विक्रेता परेशानी को झेलते हुए अनाज की विक्री सब्जी की विक्री कपड़े की विक्री मांस मछली की विक्री या अन्य प्रकार के समानों की विक्री खुले आकाश में किया करता है। इसे देखने बाला कोई नहीं खास कर मांस मछली के विक्रेता के सामने घोर संकट है। खेसर हाट सप्ताह में दो रोज बुधवार और रविवार को लगा करता है। मुख्य सड़क के किनारे मांस मछली विक्रेता को जमीन मालिक भंग देते हैं। जिस कारण एक दर्जन से ऊपर मांस मछली विक्रेता लाचार बेबस प्राईवेट जमीन मालीक के जमिन पर खुशामद करते हुए मांस मछली को बेचने को लेकर मजबुर हो रहे हैं। प्रतिदिन खेसर बाजार अतिक्रमण के शिकार हो रहे हैं। अंचल अधिकारी इस लीला को अपने नजरों से रोज देख रहे हैं फिर भी इस पर किसी प्रकार का संज्ञान नहीं ले रहे हैं। पूर्व के अंचल अधिकारी एवं वर्तमान अंचल अधिकारी मनोज कुमार द्वारा भी खेसर हाट का सरकारी अमीन के द्वारा नापी भी कराई गयी। लेकीन मामला फिर जस की तस बनी रह जाती है। जिस कारण आम लोगों को परेशानियों को झेलना पड़ रहा है। स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप चौधरी कुणाल भगत पूर्व मुखिया राजेश कुमार सिंह उर्फ राजू सिंह पूर्व मुखिया प्रतिनिधि सरयुग पंडित कुल दीप नारायण पंडित शारदा शर्मा अभीमन्नु शर्मा शंकर पासवान आदी अन्य समाजीक लोगों द्वारा बताया गया की सरकारी राजस्व की असुली जिस सरकारी हाट से की जाती है। उस रासी का खर्च उसी हाट परिसर में करते हुए विक्रेता को सुविधा प्रदान करने का है। लेकीन इसके नाम पर सिर्फ खानापूर्ति सरकारी तंत्र के द्वारा किया जा रहा है। इस संबंध में उक्त समाजीक लोगों द्वारा यह बताया गया की अगर अंचल अधिकारी मनोज कुमार के द्वारा एक सप्ताह के अंतर्गत इस ध्यान नहीं देते है। लाचार बेबस होकर इस बातों की सिकायत लेकर जिले के बड़े पदाधिकारीयो के पास मजबुरन जाना पड़ सकता है। वही इस संबंध में अंचल अधिकारी मनोज कुमार से जानकारी लेने पर बताया गया कि इस प्रकार का हिकारत बराबर सुनने को लेकर मिल रही है। राजस्व कर्मचारी अमित कुमार के द्वारा भी इस बात को संज्ञान में लेते हुए बताया गया है सोमवार को अंचल अमीन को भेजते हुए एक बार पुनः नापी कराते हुए सिमांकन कराते हुए सरकारी ज़मीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया जायेगा। और जल्द ही उचित कार्रवाई कलते हुए सरकारी हाट परीसर काली स्थान पर भी हाट लगाया जायगा। मांस मछली विक्रेता के साथ हाट के दिन अगर किसी प्रकर की कठिनाई पैदा करेंगा तो वैसे लोगों पर भी कार्रवाई की जायेगी। मुख सड़क किनारे मांस मछली विक्रेता के साथ अगर प्राइवेट जमीन मालिक के द्वारा उसे भगाया जाता है तो जांचों उपरांत भी आगे की भी कारवाई की जायगी।