Chhapra: रिविलगंज प्रखंड प्रमुख सह भाजपा नेता डॉ० राहुल राज ने बताया कि आए दिन आम लोगों में हृदय संबंधित बीमारियां बढ़ती जा रही है। लेकिन बीमारियां बढ़ने के साथ-साथ इसके उपचार हेतु लोगों द्वारा तनिक भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। हृदय संबंधित समस्या आते ही आनन-फानन में सारण और आस-पास के लोगों को सीधे पटना के लिए रवाना होना पड़ता है, जिसके कारण सही समय से पटना नहीं पहुंच पाने के कारण कई रोगियों को रास्ते में ही अपनी जान गवानी पड़ती है।
उन्होंने कहा कि इसी स्थिति को ध्यान में रखते हुए पिछले 3 वर्षों में छपरा के भगवान बाजार में स्थित सारण जिले के जाने-माने डीo एमo स्तर के सुप्रसिद्ध चिकित्सक डॉo निशु कुमार सिंह निरंतर अपनी सेवा दे रहे हैं। जिससे लोगों ने काफी राहत महसूस की है।
उन्होंने यह भी बताया कि अब हृदय से जुड़े गंभीर स्थितियों में भी उसके निवारण हेतु आधुनिक तकनीक से परिपूर्ण मशीनें भी विगत दिनों से कार्यरत हो चुकी हैं जिसके माध्यम से एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टिक, पेसमेकर, स्टैंड इत्यादि की पूर्ण सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। यह छपरावासियों के लिए वरदान से कम नहीं है।
उन्होंने कहा कि स्थितियां विकट होने पर भी अब घबराकर इधर-उधर भागने के बजाय धैर्य रखते हुए छपरा शहर में ही संपूर्ण सुविधाओं से लैश उपकरणों के माध्यम से इलाज करवा कर स्वस्थ हो सकते हैं।
इस मौके पर प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट डॉ० निशु कु० सिंह ने कहा कि ह्रदय को सुरक्षित रखने तथा हार्ट अटैक आने के दौरान बरती जाने वाली तमाम सावधानियों के बारे में सभी लोगों को जानकारी रखना बहुत जरूरी है। कई बार CPR अर्थात Cardio Pulmonary Resuscitation हृदय रोगियों के लिए वरदान साबित हुआ है। ज़ब भी किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक की समस्या आती है तो उस दौरान हम सभी घबरा जाते है और हम निश्चय ही नही कर पाते कि प्रथम उपचार कैसे करें, जिसके कारण कभी कभी काफ़ी देर हो जाती है और हमें पछताना पड़ता है, लेकिन ऐसी स्थिति में हमें धैर्य रखते हुए रोगी को तुरंत सीधे लेटाकर CPR प्रक्रिया को उस समय लागू करना चाहिए, और साथ ही उसी समय किसी दूसरे व्यक्ति के द्वारा एम्बुलेंस को फ़ोन कर देना चाहिए। इससे हम कुछ समय के लिए रोगी को सामान्य कर सकते है, जिससे हमें अस्पताल तक पहुंचने का समय मिल पाता है। डॉo निशु ने यह भी कहा कि अब यह सभी सुविधाएं आपके शहर छपरा में सभी सुविधाओं से लैश उपलब्ध हो चुकी है जिसके लिए हमें पहले पटना या अन्य शहरों के लिए भागना पड़ता था। सही मायनों में यह सभी छपरावासियों के वरदान से कम नहीं है।