PATNA DESK – बिहार की राजधानी से चौकानें वाला मामला सामने आया है, जहां एसटीएफ और ओडिशा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में एक कुख्यात अपराधी को गिरफ्तार किया गया है. जो कि खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर बैंकों में घुसता था और लूट की घटनाओं को अंजाम देता था. यह गिरफ्तारी राजधानी पटना के बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र स्थित राजापुर पुल के पास ईंट भट्ठा इलाके से की गई है. जहां वह नाम और पहचान छुपाकर रह रहता था. कुख्यात अपराधी प्रमोद बिंद बताया गया है जो कि मूल रूप से बिहार के जहानाबाद जिले के घोसी थाना क्षेत्र का निवासी है. उस पर बिहार के शेखपुरा, बिहारशरीफ, जमशेदपुर (झारखंड), और ओडिशा समेत कई राज्यों में डकैती और लूटपाट के गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
वर्ष 2023 में प्रमोद ने ओडिशा में अपने गिरोह के साथ मिलकर दिनदहाड़े एक बैंक में लूट की थी, जिसमें बैंक कर्मियों को बंधक बनाकर नकदी और सोना लूटा गया था. इस घटना के बाद से प्रमोद छुपा रहता था. वहीं, गिरफ्तारी के दौरान प्रमोद के पास से 1.19 लाख रुपये नकद भी बरामद किए गए हैं. डीएसपी विधि व्यवस्था-1 ने जानकारी दी कि ओडिशा पुलिस उसे अपने साथ लेकर रवाना हो गई है, ताकि वहां दर्ज मामलों में आगे की कार्रवाई की जा सके. बता दें कि प्रमोद बिंद जिस गिरोह का हिस्सा है, वह पिछले करीब तीन दशकों से देशभर में डकैती की घटनाओं को अंजाम दे रहा है. बिहार के अलावा ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों में इस गिरोह के खिलाफ दर्जनों मामले दर्ज हैं.
गिरोह का एक खास तरीका यह रहा है कि ये अपराधी खुद को केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारी (जैसे CBI) बताकर बैंक परिसर में घुसते थे और फिर योजनाबद्ध तरीके से लूट को अंजाम देते थे. वर्ष 2022 में इस गिरोह ने जमशेदपुर के एक बैंक में 33 लाख नकद और दो किलो सोना लूटा था. पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक गिरोह के कुछ सदस्य पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं, लेकिन प्रमोद जैसे मुख्य साजिशकर्ता अब तक फरार थे. एसटीएफ और ओडिशा पुलिस की इस कार्रवाई से इस अंतरराज्यीय गिरोह के नेटवर्क को तोड़ने में बड़ी सफलता मिली है, जिससे आने वाले समय में बैंक डकैतियों पर रोक लगाने में मदद मिलेगी.