(हरिप्रसाद शर्मा)नैमिषारण्य तीर्थ / सीतापुर: भगवान श्रीजगन्नाथ के द्वितीय पाटोत्सव एवं श्री लक्ष्मीनारायण यज्ञ के साथ संगीतमय नौ दिवसीय श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन पर सोमवार को सुप्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर में शुरू की गई ।
व्यासपीठ से जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी रामचन्द्राचार्य ने श्रीराम कथा के तृतीय दिवस पर श्रौताओं को कहा कि सांसारिक व्यक्ति के संसय का समाधान होता है । उन्होंने कहा कि श्रोताओं की कभी तृप्ति नहीं होती हैं ।धन सम्पदा आदि भगवान की कथा जैसे सुनता है, वैसे वैसे ही लोग लालच, कथा का रस, सुपाच्य से होता है ।उन्होंने कहा कि शिक्षा वाणी से नहीं होती हैं । राह चलते किसी से भी, शिक्षा पेड़ के पत्ता गिर रहा हैं ली जा सकती है ।
उन्होंने कहा कि विघा का लक्ष्य पुत्र व शिष्य की आलोचना नहीं करनी चाहिए । शिक्षा लेकर अच्छाई को ग्रहण करते हैं । भगवान की कथा सुनने के लिए अभिमान की सीढ़ी से उतरना पड़ेगा ।
स्वामी जी ने अगस्त से भगवान श्रीराम शिव कथा सुनने गये। इसका भी कथा में वर्णन किया गया ।यहाँ जगन्नाथ मंदिर में प्रतिदिन श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन मंदिर के प्रांगण में मध्याह्न 3.00 बजे से सांयकाल 6.00 बजे तक किया जा रहा हैं । यजमान पुजारी रामदास ने कथा की शुरुआत श्रीरामचरितमानस की पूजा व आरती से की । अतं में पुनः आरती श्रीराम कथा की,पश्चात भक्तों को प्रसाद वितरित किया । ज्ञातव्य हो कि कथा श्रवण करने के लिए देश – विदेश में लाइव प्रसारण के माध्यम से देखा जा रहा है ।