पटना | बिहार सरकार राज्य में स्टेट हाईवे की लंबाई बढ़ाने की तैयारी में है। पथ निर्माण विभाग ने 5000 किलोमीटर प्रमुख सड़कों की सूची तैयार कर ली है, जिन्हें जल्द ही स्टेट हाईवे घोषित किया जाएगा।
क्यों बढ़ रही स्टेट हाईवे की जरूरत?
📉 स्टेट हाईवे की लंबाई लगातार घटी:
- 2016 – 4253 किमी
- 2017 – 4006 किमी
- 2019 – 3714 किमी
- 2022 – 3638 किमी
- 2025 (वर्तमान) – 3637 किमी
👉 नेशनल हाईवे में अपग्रेड होने के कारण स्टेट हाईवे की संख्या घटी। अब प्रमुख जिलों की सड़कों को स्टेट हाईवे का दर्जा देकर पुनः विकसित किया जाएगा।
किन सड़कों को मिलेगा स्टेट हाईवे का दर्जा?
✅ प्रखंड मुख्यालय को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली सड़कें
✅ एक शहर से दूसरे शहर को जोड़ने वाली प्रमुख सड़कें
✅ राजधानी और अन्य बड़े शहरों की प्रमुख सड़कें
बिहार के मौजूदा स्टेट हाईवे का हाल
🚦 सड़क चौड़ाई के अनुसार वर्गीकरण:
- 274 किमी – दो लेन से अधिक चौड़ी
- 2786 किमी – दो लेन
- 292 किमी – मध्यवर्ती लेन
- 285 किमी – एक लेन
📍 जिलों में स्टेट हाईवे की मौजूदा लंबाई:
🏛️ गया – 210 किमी
🏛️ दरभंगा – 209 किमी
🏛️ रोहतास – 193 किमी
🏛️ नवादा – 183 किमी
🏛️ नालंदा – 169 किमी
🏛️ भोजपुर – 166 किमी
🏛️ पटना – 167 किमी
🏛️ सारण – 149 किमी
🏛️ पूर्णिया – 141 किमी
🏛️ सुपौल – 137 किमी
🏛️ बांका – 124 किमी
🏛️ मुजफ्फरपुर – 76 किमी
🏛️ भागलपुर – 56 किमी
स्टेट हाईवे बढ़ने के क्या फायदे होंगे?
✅ कम से कम दो लेन चौड़ी सड़कें
✅ ट्रैफिक जाम की समस्या होगी खत्म
✅ यात्रा में समय की बचत होगी
✅ आर्थिक और सामाजिक विकास को मिलेगा बढ़ावा
👉 बिहार में सड़कों की बेहतर संरचना से यात्रा आसान होगी, और विकास को रफ्तार मिलेगी।