Samastipur News : समस्तीपुर एसपी अशोक मिश्रा ने कड़ी कार्रवाई करते हुए जिले के 50 पुलिसकर्मियों का वेतन अगले आदेश तक रोक दिया है। एसपी के इस कारवाई के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। दरअसल कांड के जांच की गुणवत्ता सुनिश्चत करने और इसमें तेजी लाने के लिए अनुसंधानकर्ता पुलिस पदाधिकारियों को खुद अपने पैसों से लैपटॉप व मोबाइल खरीदना था और बिल मुख्यालय में जमा करना था । जिसके बाद उन्हें मुख्यालय की तरफ से लैपटॉप और स्मार्ट फोन का पैसा मिलना था।
जानकारी के अनुसार लैपटाप की खरीद के लिए अधिकतम 60 हजार और स्मार्ट फोन के लिए अधिकतम 20 हजार रुपये तक की राशि का भुगतान होना तय किया गया था। इसकी खरीदारी को लेकर मुख्यालय से अंतिम तिथि भी निर्धारित की गई थी । बावजूद इसके जिले में अब भी ऐसे कई पुलिसकर्मी हैं जिन्होंने अब तक लैपटॉप व मोबाइल की खरीदारी नहीं की है। इसको लेकर एसपी ने कड़ा रूख अख्तियार करते हुए अब तक लैपटॉप की खरीद नहीं करने वाले लगभग 50 पुलिस कर्मियों के वेतन पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है।
एसपी ने मुख्यालय के निर्देशानुसार सभी पुलिस इंस्पेक्टर, दारोगा व जमादार को लैपटॉप खरीदने का निर्देश दिया था। लेकिन कई पुलिसकर्मियों ने आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए निर्धारित अंतिम तिथि तक लैपटॉप की खरीदारी नहीं की, जिस कारण कांडका अनुसंधान प्रभावित होने की संभावना को देखते हुए एसपी ने यह कार्रवाई की है।
जांच के लिए ऑडियो-वीडियो साक्ष्य जरूरी :
बता दें कि तीन नए आपराधिक कानूनों के लागू होने के बाद डिजिटल साक्ष्यों की महत्ता बढ़ गई है। पुलिस जांच के साथ ही ट्रायल के दौरान भी आडियो-वीडियो साक्ष्य जरूरी हो गए हैं। इन सारी जरूरतों को देखते हुए ही पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर कांडों की जांच करने वाले सभी पुलिस पदाधिकारियों को लैपटॉप और स्मार्टफोन खरीद करनी थी। विभाग के द्वारा मोबाइल खरीद के लिए अधिकतम 20 हजार व लैपटॉप की खरीद के लिए अधिकतम 60 हजार रुपए की राशि दी जानी है।