Bihar News : बिहार के पूर्णिया रेंज के डीआईजी के आदेश पर एसपी अंजनी कुमार ने अनुसूचित जाति जनजाति थाने के एसएचओ पवन पासवान और अमृता कुमारी को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई गलत सूचना देकर वरीय अधिकारियों को गुमराह करने के मामले में की गई है। एससी एसटी थाने के एसएचओ ने छुट्टी से लौटे बिना ही अपने व्हाट्सएप पर मौजूद होने का मैसेज डाल दिया था।
एसएचओ के इस ‘खेल’ में महिला कांस्टेबल ने दिया साथ :
थाने की एक महिला कांस्टेबल अमृता कुमारी ने एसएचओ पवन पासवान को इस काम में साथ दिया था। महिला कांस्टेबल के जरिए ही एसएचओ ने थाने में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई थी। जबकि एसएचओ का मोबाइल लोकेशन मधेपुरा का था। शक होने पर एसपी अंजनी कुमार ने डीएसपी मुख्यालय के साथ एससी एसटी थाने का औचक निरीक्षण किया। जिसमें इंस्पेक्टर पवन पासवान की सच्चाई सामने आ गई। पता चला कि एसएचओ थाने में थे ही नहीं।
एसएचओ और महिला कांस्टेबल निलंबित :
छुट्टी से लौटे बिना ही मौजूद होने की गलत सूचना देने की जानकारी अररिया पुलिस कप्तान ने पूर्णिया रेंज के डीआईजी प्रमोद कुमार मंडल समेत मुख्यालय को दी। जिस पर पूर्णिया रेंज के डीआईजी प्रमोद कुमार मंडल ने एसपी को थानेदार पवन पासवान के साथ महिला सिपाही अमृता कुमारी को निलंबित करने का निर्देश दिया। जिसके आधार पर एसपी अंजनी कुमार ने थानेदार और महिला सिपाही को निलंबित कर दिया है। डीआईजी के निर्देश पर निलंबन अवधि में थानेदार पवन पासवान का मुख्यालय पुलिस केंद्र रहेगा।
जानें क्या है पूरा मामला ?
दरअसल पूरा मामला यह है कि अररिया एससी एसटी थाने के थानेदार पवन पासवान छुट्टी पर मधेपुरा गए हुए थे। छुट्टी अवधि खत्म होने के बावजूद वे मधेपुरा में ही थे और इस दौरान एससी एसटी थानेदार पवन पासवान ने सरकारी व्हाट्सएप ग्रुप पर अपनी उपस्थिति का मैसेज डाल दिया। इतना ही नहीं थानेदार ने थाने में तैनात महिला सिपाही अमृता कुमारी को फोन कर दैनिक उपस्थिति रजिस्टर में अपनी उपस्थिति भी दर्ज कराई।