राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर समस्तीपुर के राम निरीक्षण आत्माराम महाविद्यालय में वाद-विवाद प्रतियोगिता और प्रेरणादायक कार्यक्रम आयोजित। स्वामी विवेकानंद के विचारों को युवाओं के बीच प्रचारित किया गया।
राम निरीक्षण आत्माराम महाविद्यालय में मनाया गया राष्ट्रीय युवा दिवस
समस्तीपुर के राम निरीक्षण आत्माराम महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई के तत्वावधान में राष्ट्रीय युवा दिवस के पूर्व अवसर पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्वामी विवेकानंद के विचारों को छात्रों के बीच प्रचारित करना और उनकी शिक्षाओं से प्रेरणा लेना था।
प्रधानाचार्य प्रो. सुरेंद्र प्रसाद ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि स्वामी विवेकानंद का पूरा जीवन युवाओं के लिए एक प्रेरणा है। उन्होंने युवाओं को भारत के भविष्य का आधार बताया और कहा कि उनके भीतर अपार शक्ति और ऊर्जा है, जो समाज और देश को बदलने की क्षमता रखती है।
स्वामी विवेकानंद: युवा पीढ़ी के प्रेरणास्त्रोत
स्वामी विवेकानंद के विचार:
कार्यक्रम का संचालन एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. प्रेमलता शर्मा ने किया। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने 1984 में राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने की घोषणा की थी।
1985 से हर वर्ष स्वामी विवेकानंद की जयंती को इस दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।
- विवेकानंद ने युवाओं को परिवर्तन का अग्रदूत माना।
- उन्होंने कहा, “उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक मंजिल प्राप्त न हो जाए।”
- उनका मानना था कि युवा पीढ़ी में लोहे जैसी मांसपेशियां और फौलादी नसें होती हैं, जो किसी भी बड़े बदलाव को संभव बना सकती हैं।
युवा दिवस का उद्देश्य:
- युवाओं को प्रेरित करना।
- स्वामी विवेकानंद के विचारों को जन-जन तक पहुंचाना।
- युवाओं में आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच विकसित करना।
वाद-विवाद प्रतियोगिता: युवाओं ने दिखाया उत्साह
राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर मोबाइल का प्रयोग: वरदान या अभिशाप विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन हुआ।
- प्रतियोगिता का संचालन इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ. दीपक नायर ने किया।
- निर्णायक मंडल में शामिल थे:
- हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. अर्चना कुमारी
- गणित विभागाध्यक्ष डॉ. संजय कुमार महतो
- वनस्पति विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. चंद्रशेखर सिंह
विजेता छात्रों की सूची:
- पक्ष में:
- प्रथम स्थान: राज आर्यन
- द्वितीय स्थान: प्रेरणा कुमारी
- तृतीय स्थान: चंदन कुमार
- विपक्ष में:
- प्रथम स्थान: कन्हैया कुमार
- द्वितीय स्थान: संस्कृति सिंह
- तृतीय स्थान: शिवम कुमार
प्रोत्साहन और पुरस्कार:
प्रधानाचार्य ने विजेताओं को मेडल प्रदान कर उनका उत्साहवर्द्धन किया।
प्रमुख उपस्थित शिक्षाविद और विभागाध्यक्ष
कार्यक्रम में महाविद्यालय के विभिन्न विभागों के शिक्षक और प्रमुख अतिथि उपस्थित रहे:
- मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष: प्रो. संतोष कुमार
- अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष: डॉ. विनय कुमार सिंह
- मैथिली विभागाध्यक्ष: डॉ. रत्न कृष्ण झा
- राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष: डॉ. राजीव रोशन
- अन्य प्रमुख शिक्षाविद:
- डॉ. अभिमन्यु कुमार
- डॉ. स्मिता कुमारी
- डॉ. निकेंद्र कुमार
- डॉ. जयचंद झा
धन्यवाद ज्ञापन:
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. विनय कुमार सिंह ने दिया।
राष्ट्रीय युवा दिवस का महत्व और स्वामी विवेकानंद का योगदान
युवा दिवस क्यों मनाया जाता है?
- युवाओं में सकारात्मक बदलाव लाने और समाज में योगदान देने के लिए प्रेरित करना।
- स्वामी विवेकानंद के विचारों को फैलाना।
- नई पीढ़ी को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना।
स्वामी विवेकानंद के प्रेरणादायक वचन:
- “एक विचार लो। उस विचार को अपना जीवन बना लो।”
- “शक्ति, धैर्य और आत्मविश्वास से हर कठिनाई को पार किया जा सकता है।”