समस्तीपुर की धरती एक बार फिर सांस्कृतिक एकता और धार्मिक उत्साह का गवाह बनी, जब रामनवमी के पावन अवसर पर शहर की सड़कों पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। शोभा यात्रा न केवल धार्मिक भावना का प्रतीक बनी, बल्कि सामाजिक सौहार्द और गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल भी पेश की।
रामनवमी के मौके पर हिंदू पुत्र संगठन और श्री राम की सेना द्वारा आयोजित दो भव्य शोभा यात्राएं समस्तीपुर शहर में निकाली गईं, जिनमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। शोभा यात्राएं पूरे शहर में धार्मिक रंग और ऊर्जा भरते हुए निकलीं, जिनमें प्रमुख सामाजिक-राजनीतिक चेहरों की उपस्थिति ने आयोजन को और भी खास बना दिया।
भूतनाथ मंदिर से निकली शोभायात्रा में पहुंचे विधायक शाहीन
समस्तीपुर के स्थानीय विधायक व बिहार विधानसभा के मुख्य सचेतक अख्तरुल इस्लाम शाहीन भूतनाथ मंदिर से निकली शोभा यात्रा में पारंपरिक अंदाज़ में शामिल हुए। भगवा पगड़ी पहनकर शामिल हुए शाहीन ने इस मौके पर कहा, “भारत की संस्कृति विविधताओं में एकता की मिसाल है। समस्तीपुर जिला गंगा-जमुनी तहजीब का जीवंत उदाहरण है, जहां हर धर्म और समुदाय का सम्मान किया जाता है।”
श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर से रवाना हुई दूसरी शोभायात्रा
दूसरी ओर, हिंदू पुत्र संगठन के नेतृत्व में श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर, पंजाबी कॉलोनी से निकली शोभा यात्रा ने शहर के प्रमुख मार्गों—भोला टॉकीज चौक, पटेल मैदान, चीनी मिल चौक होते हुए मगरदही घाट तक का सफर तय किया। यात्रा का नेतृत्व बादल सिंह ने किया।
जनप्रतिनिधियों की एकजुटता
इस मौके पर पूर्व सांसद अश्वमेघ देवी, नगर निगम की अध्यक्ष अनीता राम, उपमेयर रामबालक पासवान सहित कई जनप्रतिनिधि शामिल हुए। आयोजन में सभी समुदायों और वर्गों से लोगों की भागीदारी ने इसे समस्तीपुर की एकता और संस्कृति का उत्सव बना दिया।