Bihar News : बिहार के अररिया जेल में बंद एक विचाराधीन कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। कैदी के शरीर पर चोट के निशान पाए गए हैं, जिसके बाद आक्रोशित परिजनों ने सदर अस्पताल में जमा होकर हंगामा किया, वे बार-बार न्याय की मांग कर रहे थे। इधर, सूचना पर एएसपी रामपुकार सिंह नगर थाना पुलिस और जवानों के साथ सदर अस्पताल पहुंचे और पूरे सदर अस्पताल को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अररिया मंडल कारा में बंद पलासी थाना क्षेत्र के भीखा पंचायत के बंसार डेहटी निवासी विचाराधीन कैदी मोहम्मद सोहराब खान उर्फ मुन्ना (46) की मौत हो गई। जिससे मृतक कैदी के परिजनों में आक्रोश है। शुक्रवार की देर रात कैदी सोहराब को गंभीर हालत में मंडल कारा से सदर अस्पताल अररिया लाया गया, जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद मंडल कारा से मो. सोहराब को लाने वाले जवान और पदाधिकारी फरार हो गये।
मृत कैदी मो. सोहराब की पत्नी बीवी गुलशन ने बताया कि आज सुबह (शनिवार) मो. मुजाहिद आलम उनके घर आया, उसने बताया कि जेल में बंद मो. सोहराब की तबीयत खराब है, उसे इलाज के लिए बाहर ले जाना पड़ेगा, उससे सादे कागज पर हस्ताक्षर करा लिया गया। बाद में सदर अस्पताल से सूचना मिली कि मो. सोहराब की मौत हो गयी है। शव को ले जाने को कहा गया। परिजन आनन-फानन में सदर अस्पताल पहुंचे तो देखा कि सोहराब के सिर और शरीर के अन्य हिस्सों पर चोट के निशान थे, शरीर पर खून के छींटे भी थे।
बीवी गुलशन ने बताया कि उसके पति मो. सोहराब को पलासी पुलिस ने 16 अप्रैल बुधवार को गिरफ्तार किया था। पत्नी का आरोप है कि जेल में पुलिस ने पीट-पीट कर उसके पति की हत्या कर दी। उन्होंने कहा- ‘हमसे गलत तरीके से कोरे कागज पर हस्ताक्षर करा लिया गया है। पत्नी गुलशन यह कहते हुए बार-बार बेहोश हो जाती थी। वह बार-बार यही कहती थी कि अब उसके परिवार का पालन-पोषण कैसे होगा, कौन करेगा।’
वहीं पलासी थाना पुलिस ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर एक साधारण वारंटी जिसकी जमानत टूट गई थी, को 16 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। शनिवार की सुबह सूचना मिली कि एक कैदी की मौत हो गई है। न्यायिक हिरासत में कैदी की मौत के मामले में जो दिशा-निर्देश हैं। इस संबंध में जो प्रक्रियाएं हैं। मृतक कैदी का पोस्टमार्टम मजिस्ट्रेट की निगरानी में गठित बोर्ड के समक्ष किया जाएगा। मौत कैसे हुई, इसकी भी जांच की जाएगी। वरीय पदाधिकारी को सूचना दे दी गई है। जो भी कानूनी कार्रवाई होगी, वह की जाएगी।
जांच प्रक्रिया में जो सही तथ्य सामने आएंगे। उसे निष्पक्ष रूप से परिजनों को बताया जाएगा। पोस्टमार्टम के बाद ही मौत का असली कारण पता चल पाएगा। मंडल कारा में मौजूद पदाधिकारियों से सभी बिंदुओं पर जांच की जाएगी। वहां क्या हुआ, इसका पता लगाया जाएगा। इसके बाद ही सही जानकारी मिल पाएगी।