वाल्मीकि नगर से विवेक कुमार सिंह की रिपोर्ट..
वन विभाग द्वारा ठाढ़ी गांव में कैंप लगा रोजगार मुहैया कराने को लेकर योजना पर की गई चर्चा
वाल्मीकिनगर। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व से सटे ईको विकास समिति से जुड़े ग्रामीणों को वन विभाग के द्वारा रोजगार मुहैया कराने की कवायद शुरू कर दी गई है। सोमवार की दोपहर ठाढी ईडीसी अध्यक्ष टोकेश मुखिया की उपस्थिति में वन विभाग झारखंड से आए प्रकाश नारायण द्वारा माइक्रो प्लान के तहत ग्रामीणों को रोजगार के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर वनपाल साधु दास, वनरक्षी शशि रंजन कुमार, मनीष कुमार, माधव मुखिया के साथ सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे। इस बाबत जानकारी देते हुए रेंजर श्रीनिवासन नवीन ने बताया कि वन क्षेत्र से सटे ईको विकास समिति गठित गांव में वन विभाग के सौजन्य से ग्रामीणों को रोजगार से जोड़ने की मुहिम शुरू की गई है। इसके लिए वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र में दो गांवों का चयन किया गया है। जिसमें रमपुरवा और ठाढ़ी गांव शामिल है। दोनों गांवों के ईडीसी अध्यक्षों के नेतृत्व में कैंप लगा, किस गांव में कौन से काम शुरू किए जाएं ,इस पर चर्चा की गई। किस गांव के ग्रामीणों को किस काम में रुचि है, और वे क्या कर सकते हैं, इसी को लेकर प्लान तैयार किया गया। वहीं झारखंड से आए प्रकाश नारायण ने बताया कि कौन सा ऐसा काम है, जो ग्रामीण आसानी से कर धनोपाजर्न कर सकते हैं। इसके लिए ग्रामीणों से चर्चा की गई है। यह रिपोर्ट अधिकारियों को भेजा जाएगा। उसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
वन संपदा व वन्यजीव संरक्षण में मिलेगा सहयोग
वन विभाग द्वारा वन क्षेत्र से सटे ग्रामीणों से समन्वय स्थापित कर वन संपदा एवं वन्य जीवों के संरक्षण में सहयोग बढ़ा रहा है। वन विभाग ग्रामीणों को रोजगार से जोड़,वन संपदा एवं वन्यजीव संरक्षण में सहयोग स्थापित करने में सफल होगा। ग्रामीण भी जंगल को आग से बचाने से लेकर वन्य जीव की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाएंगे। इसलिए वन विभाग ईको विकास समिति गठित गांव के ग्रामीणों को रोजगार से जोड़ने का मुहिम छेड़ रखा है। दूसरा पहलू यह भी है कि, जब ग्रामीण रोजगार से जुड़ जाएंगे तो, वे पेड़ों को काटने एवं जंगल को आग की आगोश में डालने से बचेंगे।