इसलिए सैलानियों के चेहरे पर था अपनों को खोने का दर्द

भंते नंदाशेना के नेतृत्व में म्यांमार से आये 63 सैलानियों का दल सरैया प्रखंड के बखरा स्थित म्यांमार बौद्ध मंदिर में पहुंचा। सैलानियों ने म्यांमार एवं थाईलैंड में आये भयंकर भूकंप में मारे गये लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए पूजा की गयी़।

भंते नंदाशेना ने बताया कि विगत सात दिनों से हमलोग भारत की यात्रा पर हैं। इसी क्रम में हम लोग कल रात को वैशाली भ्रमण को पहुंचे हैं। वैशाली पहुंचने पर ही म्यांमार एवं थाईलैंड में आये भयंकर भूकंप में काफी लोगों के मरने की सूचना मिली।

फोन से संपर्क करने पर भूकंप में हमारे जानने वाले काफी लोगों की भी मौत हो गयी है। दिवंगत आत्मा की शांति के लिए हमने पूजा-अर्चना की है। भारत भ्रमण पर आये म्यांमार के सैलानियों के चेहरे पर अपनों के खोने का दर्द दिखा़।

म्यांमार बौद्ध मंदिर के संयोजक सुजीत कुमार से बातचीत में सैलानियों ने बताया कि हमारी यात्रा यहां से कुशीनगर और लुंबिनी की थी।

हमारे देश में भयंकर भूकंप के कारण हमने अपनों को खो दिया है। इस कारण हमलोग अपनी यात्रा वैशाली में ही समाप्त कर पुनः बोधगया के रास्ते रंगून को प्रस्थान कर जाएंगे।

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