जिले के थानों में अनुसंधान विंग में तैनात सभी दारोगा व जमादार को डिजिटली स्मार्ट बनाया जा रहा है. इसी कड़ी में पुलिस मुख्यालय से आइओ को लैपटॉप व स्मार्ट फोन दिया गया है.

एसएसपी सुशील कुमार ने पुलिस कार्यालय में जिले के सभी डीएसपी, इंस्पेक्टर व पर्यवेक्षी पदाधिकारी के साथ बैठक की.

एसएसपी ने जिले में पेंडिंग चल रहे कांडों के निष्पादन को लेकर रणनीति तैयार की. एसएसपी ने अंचलवार पेंडिंग केसों की समीक्षा की. जिले में बनाये गए पर्यवेक्षी पदाधिकारियों से भी फीडबैक लिया.

अहियापुर, सदर समेत अन्य बड़े थाने जहां ज्यादा केस लंबित है, वहां इनके द्वारा कितनी कांडों का पर्यवेक्षण किया गया है. आइओ को क्या- क्या निर्देश दिया गया है. आइओ कांडों के डिस्पोजल में लापरवाही तो नहीं बरत रहे हैं, इसकी भी जानकारी ली. सभी पर्यवेक्षी पदाधिकारी को एक एक टाइपिस्ट दिये जाने की भी बात कही गयी है.

बैठक में एसएसपी सुशील कुमार ने सबसे अधिक जोर आइओ को डिजिटली स्मार्ट बनाने पर दिया. सभी वरीय पदाधिकारी को कहा कि जब उनको लैपटॉप मिल गया है तो उसपर ही केस डायरी व अन्य काम करें.

जिनको टाइपिंग नहीं आती है उनको टाइपिंग सिखायें. सभी को टेक्निकल फ्रेंडली बनायें. कांड दैनिकी का तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर बारीकी से लेखन व प्रतिवेदित कांडों की कांड दैनिकी को ई साक्ष्य को सहेज कर अपडेट रखें.

बैठक के दौरान सिटी एसपी विश्वजीत दयाल, ग्रामीण एसपी विद्या सागर, प्रशिक्षु आइपीएस गरिमा, एएसपी पूर्वी शहरियार अख्तर, सरैया एसडीपीओ कुमार चंदन, नगर डीएसपी वन सीमा देवी, टू विनिता सिन्हा, डीएसपी पश्चिमी वन सुचित्रा कुमारी समेत सभी डीएसपी व इंस्पेक्टर मौजूद थे. जानकारी हो कि जिले के सभी थाने में जितने दारोगा व जमादार अनुसंधान विंग में है, उनका अलग से सरकारी इमेल आइडी बना हुआ है.