एक बड़ी और दुखद खबर नवादा से आ रही है। जहां बिजली की तार की चपेट में आने से चार बस यात्रियों की मौत हो गई है । हादसे में मारे गए चार लोगों में तीन लोग नालंदा जिला के रहने वाले हैं । जबकि एक व्यक्ति गया जिले का रहने वाला था ।
कहां हुआ हादसा ?
हादसा नवादा जिला के नारदीगंज थाना इलाके में हुआ है । नारदीगंज के हड़िया पंचायत के राजीव नगर के पास करंट की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गई है। मरने वाले में एक महिला और एक ट्रक ड्राईवर शामिल है । हादसे के बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है ।
कैसे हुआ हादसा
बताया जाता है कि बस बिहारशरीफ से गया की ओर जा रही थी । लेकिन नारदीगंज के राजीव नगर के समीप एक बड़ा सा पेड़ टूट कर सड़क पर गिरा हुआ था । उस पेड़ को काट कर हटाया जा रहा था. सड़क पर पेड़ गिरे होने की वजह से बस चालक ने सभी यात्री को उतार दिया और पैदल आगे बढ़ाने को कहा । इसी दौरान पेड़ हटाते समय बिजली का तार टूट कर सड़क पर गिर गया और उस तार की चपेट में बस यात्री आ गए। जिनकी मौके पर ही मौत हो गई ।
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ट्रक ड्राइवर की भी मौत
पेड़ की वजह से जो तार गिरे थे । उस करंट की चपेट में एक महिला और दो बच्चे आ गए। तभी वहां मौजूद एक ट्रक ड्राइवर इन तीनों को बचाने के लिए आगे आया। लेकिन उसकी भी मौत हो गई ।
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मृतकों की पहचान हुई
हादसे में मारे गए चारों लोगों की पहचान हो गई है । मरने वालों में तीन नालंदा जिले के सिलाव थाना क्षेत्र के माहुरी गांव के रहने वाले हैं । जिसमें महिला का नाम गौरी देवी है और उनके दो बच्चे 3 साल का कार्तिक कुमार और 5 साल की अनु कुमारी शामिल है । वो राजगीर से अपने ससुराल गया जिले के अतरी थाना क्षेत्र के चांदपुर गांव जा रही थी.
ट्रक ड्राइवर की भी हुई पहचान
महिला और बच्चों को बचाने के चक्कर में जिस ट्रक ड्राइवर की मौत हो गई । उसका नाम संजीत कुमार है ।जो गया जिले के अतरी थाना क्षेत्र के केशवपुर बेलदारी गांव का रहने वाले हैं।
बिजली विभाग पर दर्ज हो मुकदमा
हादसे के बाद पीड़ित परिवार और स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया. गांव वालों का आरोप है कि शिकायत के बाद भी हाई वोलटेज तार को नहीं हटाया गया। साथ ही पीड़ित परिवार का कहना है कि पहले भी ऐसी घटना हुई है लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया इसलिए एक बार फिर चार लोगों की मौत हो गई। पीड़ित परिवार की मांग है कि बिजली विभाग के कर्मचारियों पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज हो।. इसके कारण ही ये घटना घटित हुई है. गांव वालों के आरोप पर बिजली विभाग का कहना है कि हमारे पास बिजली के तार टूटने की कोई शिकायत नहीं आयी थी.